बोहत समय पहले रामु नाम का लड़का एक गांव में रहता था ।
उसकी पूरी ज़िंदगी केस्ट में ही बीती वो एक छोटे से वयापारी परिवार में जलमा था
कुछ समय बाद उसके माता पिता दोनों गुजर गए उसकी सारी सम्पति उसके रिश्ते दारो ने लूट लिया बस उसकी एक दादी थी।वो भी कुछ दिन बाद गुजर गयी रामु अकेला पड़ गया उसके बाद रामु अनात हो गया वो कुछ व्यापार करना चाहता था लेकिन उसके पास एक भी पैसा नहीं था छोटे छोटे काम करके वो गुजरा करना चाहता था
पर वा पर भी उसकी मुस्किले बड़ी फिर उसने उस गांव से निकल कर कोई दूसरी जगहे काम करने का सोचा और वो गांव से निकल गया।
चलता गया चलता गया फिर उसे एक गांव नजर आया और वो वा चला गया लेकिन उसको उस।
गांव में कोई काम ना मिलने के कारण वो भूख से मर रहा था।
लेकिन किसी ने भी उसको खाना नहीं दिया फिर रामु उस गांव को छोड़ कर जंगल की तरफ निकल गया फिर धीरे धीरे शाम होने लेगी और रामु पूरी रात भूखा रहा और सो गया कुछ समय बाद सुबहा हो गयी और रामु जंगल में घूमता रहा फिर एक शादू मिला।
इसलिए मंदिर को पूरा नही बना पाये ओर अब पैसे कोन देगा हुमहे रामू कुछ देर तक सोच मे पड़ गेया ओर रामू ने गाव वालों से का पैसे मे दूंगा आप लोगो को रामू की ये बात सुनकर गाव वाले खुस हुए लेकिन रामू ने सोचा इसमे मेरा क्या फायदा होगा रामू ने का आपको कितने पैसो की जरूरत है।
गाव वालों ने का बीस सोने के सीके मिल जाए तो हम मंदिर का काम पूरा कर सेकते है।
रामू ने ठीक है। मे तुम लोगो की बीस सीके दे दुगा लेकिन मुझे उनमेसे सीके देने होंगे गाव वालों ने ठीक है।
रामू ने गाव वालों से का एक बड़ा सा कटोरा ले आओ रामू जादू की छेड़ी से का ए जादू की छेड़ी के कटोरा सोने के सिको के भर दो रामू ने इतना का फिर क्या वो कटोरा पूरा सोने के सिको से भर गेया गाव वालों ने बीस सोने के सीके ले लिए ओर बाकी रामू को दे दिये रामू बोहत खुस हुआ ओर सोने के सीके लेकर वा से निकल गेया रास्ते मे रामू ने देका वा से कुछ गरीब किशान भागते हुए जंगल की ओर जा रहे है।
रामू सोचने लेगा आकीर ये लोग किसे डर कर भाग रहे रामू उनकी तरफ जाता है।
ओर देकता है। कुछ लुटेरे उनके पीछे भाग रहे है।
रामू अपनी जादू ही छेड़ी बार निकलता है।
ओर सोचने लेगता है ।
ओर कहने लग जाता है। हे जादू ही छेड़ी मुझे उन लुटेरो से लेडने की तागत दो मुझे इतना तागत वर बना दो की मे उन लुटरों से अखेला लड़ सेकु ओर फिर क्या रामू एक सुर वीर बन गेया ओर उन सब लुटेरो को वा से भेगा दिया फिर उन लोगो ने रामू को धेनिएवाद का फिर रामू वा से अपने गाव की ओर निकाल गेया गाव जाकर देका को वा सब कुछ बदल गेया रामू ने जादू ही छेड़ी को बार निकाला को का हे जादू ही छेड़ी इस गाव को पहले जेसा बना दो ओर जादू की छेड़ी ने उसकी तीनों मांगो को पूरा किया ओर सादू के पास चली गेई रामू अपने गाव मे खुसी से रहने लेगा।।
रामू ने सादू से का मे बोहत सारा पैसा कमा कर शादी करना चाहता हु।
मुझे कुछ दे दो सादू ने का बेटे मेरे पास तुझे देने के लिए कुछ भी नही है फिर भी रामू सादू की सेवा करने मे लग गेया लेकिन कुछ महीने भीत गेए फिर सादू ने सोचा लड़का दिल का शाफ है मुझे कुछ करना चाहये रामू के लिए ओर बोहोत समये से मेरी सेवा भी कर रहा है सादू ने रामू से का बेटे मेरे पास तुझे देने के लिए कुछ भी नही है लेकिन मे तुझे जादू की एक छेड़ी देता हु तुम इस छेड़ी से जो भी बोलोगे के छेड़ी वो चीज तुम्हें दे देगी लेकिन हा तुम इस जादू की छेड़ी से तुम्हारे लिए कुछ भी नही मांग सकेते हो लेकिन इस छेड़ी से तुम दूसरों की मदत कर सेकते हो रामू उस जादू की छेड़ी को लेकर गाव की तरफ रवाना हो गेया कुछ समये बाद रामू उस जादू की छेड़ी के सात गाव पोंछ गेया ओर उसने देखा कुछ लोग परेशान होकर मंदिर के सामने बेहेटे हुए थे।
रामू की नजर मंदिर की ओर पड़ी तब रामू ने देखा मंदिर पूरा बना हुआ नही था।रामू उन लोगो के पास जाकर पूछता के भाई साहब क्या हुआ आप लोग इतने उदास क्यू बहटे गाव वालों ने रामू से का भाई ओर कर भी क्या सेकते है।
हम लोग फिर रामू ने पूछा ये मंदिर आदा ही क्यू बना हुआ है। गाव वालों ने रामू से का भाई हुमारे पास पैसे नही है।इसलिए मंदिर को पूरा नही बना पाये ओर अब पैसे कोन देगा हुमहे रामू कुछ देर तक सोच मे पड़ गेया ओर रामू ने गाव वालों से का पैसे मे दूंगा आप लोगो को रामू की ये बात सुनकर गाव वाले खुस हुए लेकिन रामू ने सोचा इसमे मेरा क्या फायदा होगा रामू ने का आपको कितने पैसो की जरूरत है।
गाव वालों ने का बीस सोने के सीके मिल जाए तो हम मंदिर का काम पूरा कर सेकते है।
रामू ने ठीक है। मे तुम लोगो की बीस सीके दे दुगा लेकिन मुझे उनमेसे सीके देने होंगे गाव वालों ने ठीक है।
रामू ने गाव वालों से का एक बड़ा सा कटोरा ले आओ रामू जादू की छेड़ी से का ए जादू की छेड़ी के कटोरा सोने के सिको के भर दो रामू ने इतना का फिर क्या वो कटोरा पूरा सोने के सिको से भर गेया गाव वालों ने बीस सोने के सीके ले लिए ओर बाकी रामू को दे दिये रामू बोहत खुस हुआ ओर सोने के सीके लेकर वा से निकल गेया रास्ते मे रामू ने देका वा से कुछ गरीब किशान भागते हुए जंगल की ओर जा रहे है।
रामू सोचने लेगा आकीर ये लोग किसे डर कर भाग रहे रामू उनकी तरफ जाता है।
ओर देकता है। कुछ लुटेरे उनके पीछे भाग रहे है।
रामू अपनी जादू ही छेड़ी बार निकलता है।
ओर सोचने लेगता है ।
तब उसको सादू की बात याद आती है।
के सादू बाबा ने का इस जादू की छेड़ी से तुम सिर्फ तीन बार ही कुछ मांग सेकते हो रामू सोच मे पड़ जाता है। कहने लेगता है।
अगर मेने इन लोगो की मदत की तो मेरा क्या फायदा होगा रामू अपनी जादू ही छेड़ी को बार निकलता है।ओर कहने लग जाता है। हे जादू ही छेड़ी मुझे उन लुटेरो से लेडने की तागत दो मुझे इतना तागत वर बना दो की मे उन लुटरों से अखेला लड़ सेकु ओर फिर क्या रामू एक सुर वीर बन गेया ओर उन सब लुटेरो को वा से भेगा दिया फिर उन लोगो ने रामू को धेनिएवाद का फिर रामू वा से अपने गाव की ओर निकाल गेया गाव जाकर देका को वा सब कुछ बदल गेया रामू ने जादू ही छेड़ी को बार निकाला को का हे जादू ही छेड़ी इस गाव को पहले जेसा बना दो ओर जादू की छेड़ी ने उसकी तीनों मांगो को पूरा किया ओर सादू के पास चली गेई रामू अपने गाव मे खुसी से रहने लेगा।।
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